एक दफा बादशाह का दरबार लगा| सारे नवरत्न दरबार में मौजूद थे|
बादशाह ने पूछा, “दुनियां में सबसे बड़ा कौन है?”
सभी ने एक साथ जवाब दिया, “जहांपनाह, आपसे बड़ा दुनिया में कौन होगा? कोई नहीं|”
फिर बादशाह ने पूछा, ‘‘मुझसे बड़ा कौन है?”
एक आदमी ने डरते हुये जवाब दिया, “गुस्ताखी माफ़ हो जहांपनाह, आपसे बड़ा खुदा है|”
फिर बदशाह ने पूछा, “खुदा से बड़ा कौन है?”
सभी लोग स्तब्द्ध और चुप हो गए| तब बीरबल से पूछा गया, तो बीरबल ने कहा, “ बादशाह सलामत से दरख्वास्त है कि मुझे २ घंटे का वक्त दिया जाये|”
दरबार खत्म हो गया| सारे नवरत्न बीरबल से बोले, “गलती मत करना, खुदा से बड़ा कोई नहीं होता है| गलती करोगे तो बादशाह तुम्हारा सर धर से अलग कर देगा|”
२ घंटे बाद दरबार पुन: लगा| बादशाह ने बीरबल से पूछा, “बताओ बीरबल! खुदा से बड़ा कौन है?”
बीरबल बोला, “इंसान का अहंकार खुदा से भी बड़ा है| अहंकार होने मात्र से ही इंसान खुदा को भी भूल जाता है| अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है|”
No comments:
Post a Comment