Tuesday 14 June 2011

जिदगी के मायने


१.       समुद्र की कोई सीमा नहीं होती वह अनंत तक फैला है लेकिन हम उतना ही पानी ले पाते है जितना हमारी हथेलियों में आता है I
प्रभु की महिमा भी असीमित है  लेकिन हमें इतनी ही कृपा मिलती है जितनी की हम लायक है I
२.       विज्ञान कहता है – जीभ पे लगी चोट सबसे जल्दी ठीक होती है ” और ज्ञान कहता है “ जीभ से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती है I इसलिए मीठा बोलो I
३.       मैं हमेशा शुभाष चंद्र बोश को प्रेरणा स्रोत के रूप में देखा, क्योकि वह उस बदलाव के प्रतिक है, जिसे असाधारण लक्ष्य को हसिल करने के लिए साधारण आदमी को एकजुट करके संभव बनाया I
४.       यदि कामयावी हासिल करनी है तो कुछ बुनयादी वसुलो को हर पल जीना होगा I उन्ही वसूलो में से एक है सकारात्मक नजरिया I हम अपने सोच और नजरिया को हमेशा सकारात्मक रखे I नजरिया जितना बेहतर और रचनात्मक होगा, आप अपने लक्ष्य के उतने करीब पहुच पाएंगे I  सफलताए नजरिया का ही परिणाम होती है जितना उँचा लक्ष्य उतनी अधिक सफलता I

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